Agni Movie Review : पहली बार निकली फायर फाइटर पर फिल्म अग्नि जिसे 6 दिसंबर को प्राइम वीडियो पर रिलीज किया, क्या है रिव्यू जाने।
Agni movie review: पहली बार निकली फायर फाइटर के ऊपर फिल्म अग्नि जिसके डायरेक्टर राहुल ढोलकिया और विजय मौर्या लेखक है वहीं प्रतीक गांधी अपने अपने जान को दाऊ पर लगा कर लोगो को बचाते नजर आ रहे है 6 दिसंबर को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई थी फिल्म देखने से पहले इसका रिव्यू पढ़ ले।
Agni Movie Review : अपने जान पर खेल कर बचाने वाले लोगों में से एक नाम विट्ठल राव आता है हमारे फायर फाइटर का , आग में कूद कर और बिना परवाह न करते हुए , जान जोखिम में डालने का काम करते है न उनके लिए इन्हें सैल्यूट है और मेकर्स पर भी सैल्यूट है क्योंकि आज तक इस टॉपिक पर कोई डेडीकेटिव फिल्म नहीं बनी उस पर फिल्म बनाने का सोचा और फिल्म बना भी दी जिसे देख कर लोगो ने अच्छा रिव्यू देते नजर आ रहे है
जिस टॉपिक पर ये फिल्म लिखा गया है उसका प्रेजेंटेशन थोड़ा कमजोर लिखा गया है यहां कोई नॉर्मल कहानी को नहीं लिखा गया है कि किसी के यहां आग लग गया या सिलेंडर ब्लास्ट या शॉर्ट सरट से लग गया है बल्कि यहां कहानी को रिवेंज लाइन टॉपिक को कनेक्ट किया गया है
और वो आदमी किसी न किसी के घर में आग लगाए जा रहा है आखिर वो क्यों कर रहा है और है कौन और क्यों अपनी अंदर की रिवेंज को बुझाने के लिए दूसरे की घरों में आग लगाए जा रहा है वो तो फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा मुझे एक दिक्कत लगी सिनेमैटिक और भी अच्छी की जा सकती थी
जब फायरफाइटर लोगों को बचा रहे हैं तब वो लोग धुवां से बाहर निकल कर आ रहे है तब अच्छी खासी सिनेमैटिक लिबर्टी लेकर शॉर्ट्स को मासी करना चाहिए था जो हो भी सकता था जिसके वजह से देखने में और भी रियलिज्म हीरोइक वाला मोमेंट बन जाता पर ये मिसिंग था भाई तीन , चार बार आग लगने वाले सिन, बाहर निकालने वाले सिन बहुत ही असलियत बनाई गई है
कुछ जगह असली आग है और कुछ जगह VFX से बढ़ाया गया है जिसे लिखने के बाद आपको पता नहीं चल पाएगा कि असली आग है या नकली आग है इसमें अपने पन वाला इमोशन को कनेक्ट नहीं कर पा रहा था ज्यादातर कैरेक्टर के साथ, लगभग सभी ने अच्छी एक्टिंग की है इसमें दिव्येंदु है और प्रतीक गांधी भी है
उनका जीजा साला वाला कन्वर्सेशन एंजॉय जरूर करेंगे और मराठी इंडस्ट्री के जितेंद्र जोशी ने अच्छी भूमिका निभाई है इस फिल्म को देखने के समय हम सभी के मन में प्रौढ़ वाली , फक्र वाली भावना जरूर जाग जाएगी कि हमारी इंडिया आर्मी और जवानों की तरह ये लोग भी उतनी रिस्पेक्ट डिजर्व करते हैं
इसमें कोई गाने सुनने को नहीं मिलेगा वही कुछ गालिया सुनने को मिलेगी जोकि बहुत ही न के बराबर है इस फिल्म को फैमिली के साथ देख सकते है जो सभी को एक बार जरूर देखनी चाहिए इसलिए क्योंकि आग से कैसे बचे और फायर फाइटर असलियत में काम कैसे करते है इसका नॉलेज प्रैक्टिकल सिखा जाती है सबको देखते यह एक अच्छी फैमिली ,इंटरटेनिंग फिल्म है मेरी तरफ से 5 स्टार में से 3 स्टार मिलेगा।
इसका ट्रेलर देखने के लिए फोटो पर क्लिक करे।
क्या है अग्नि की कहानी
विट्ठल राव ( प्रतीक गांधी ) जो फायर फाइटर का हेड होता है उसके परिवार में एक बेटा और उसकी पत्नी होती है जिसका नाम रुक्मिणी सर्वी है विट्ठल राव का काम होता है शहर में किसी जगह या किसी के घर में आग लगने पर अपने जानो की बाजी दाऊ लगाकर लोगों की जान बचाते हैं
वह एक ईमानदार फायर फाइटर होते हैं लेकिन उसका बेटा अनजान लोगों की नजर में विट्ठल राव का साला समित सा ( दिव्येंदु शर्मा ) असली हीरो होते है जीजा, साला की आपस में बिल्कुल नहीं बनती है विट्ठल को कहना है कि पुलिस से पहले फायर फाइटर पहुंचते है लेकिन उनके काम को अनदेखा कर दिया जाता है और पूरी क्रेडिट पुलिस को मिल जाती है
कहानी इस तरह से दिखाई गई है कि मुंबई में बड़े बड़े बिल्डिंग में कोई आग लगा देता है और अगर अलग बिल्डिंग में लगाते रहता है जिससे पुलिस और फायर फाइटर दोनों इन्वेस्टिगेशन करने लगते है दोनों अपने अपने टीमों के साथ आग लगाने वाले आदमी को खोजते है पूरी जानकारी फिल्म के अंदर देखने को मिलेगा।
अग्नि फिल्म के कलाकार
प्रतीक गांधी इस फिल्म में फायर फाइटर्स का रौल करते नजर आ रहे है वो अपनी पूरी ईमानदारी से अपना काम करते है इन्होंने स्कैम 1992 जैसे सीरीज में काम किए है जिसको देख कर लोगों ने खूब सारा प्यार दिखाया था वहीं संयमी खैर कलाकार देखने को मिलेंगे दिव्येंदु शर्मा पुलिस के किरदार निभाते नजर आ रहे है और साई ताम्हणकर , जितेंद्र जोशी जैसे कलाकार देखने को मिलेंगे।
एक फिल्म प्रतीक गांधी की अग्नि फिल्म है जिसे डायरेक्टर राहुल ढोलकिया और विजय मौर्या ने ओटीटी अमेजन प्राइम वीडियो पर 6 दिसंबर को रिलीज किया गया था यह एक एक्शन ड्रामा फिल्म है इस फिल्म को देखने पर पता चलता है कि आग से हम सब को कैसे बचना चाहिए।